अतुल्य भारत चेतना
समंदर सिंह राजपूत
धार। जिले के जनपद पंचायत उमरबन क्षेत्र का है पूरा मामला गंभीर अवस्था में पत्रकार संतोष चौहान को धार किया गया रेफर
उमरबन पुलिस ने मामूली धाराओं में मामला किया दर्ज।
पत्रकार संतोष चौहान का हाल जानने के लिए बड़ी संख्या में पत्रकार साथी पहुंचे जिला अस्पताल दिन पर दिन पत्रकारिता का काम जोखिम भरा होता जा रहा है पत्रकार के लिए कवरेज करना किसी जोखिम से कम नहीं है किसी भी भ्रष्टाचारी की खबर चलाई जाए तो वह गुंडई पर उतर जाता है, और पत्रकार पर प्राण घातक हमला करता है या फिर पत्रकार पर झूठा मामला दर्ज करवा देते हैं। कहने को पत्रकार देश में चौथा स्तंभ कहलाता है लेकिन ना तो पत्रकार को सुरक्षा है और न ही कोई सुविधा मिल पाती है जब भी कोई मामला पत्रकार के खिलाफ आता है तो तुरंत उस पर मामला दर्ज हो जाता है लेकिन जब पत्रकार पर कोई गुंडा हमला करता है तो गुंडा के खिलाफ मामूली धाराओं में मामला दर्ज कर पुलिस भी इतिश्री कर लेती है। ऐसे में भ्रष्टाचारी और गुंडे किस्म के लोग को बढ़ावा मिलता ही जा रहा है
आपको बता दे की जनपद पंचायत उमरबन की ग्राम पंचायत कल्लादा के सरपंच राधेश्याम पटेल सचिव मुन्नालाल ने कवरेज पर गए पत्रकार संतोष चौहान और उसके साथी को जमकर पीटा तथा उनके मोबाइल फोड़ दिए और माइक आईडी जला दी इतना ही नहीं उन्होंने पत्रकार संतोष चौहान और उसके साथी को 3 घंटे तक बंधक बनाकर पीटते रहे जैसे तैसे वे वहां से भागे तो सरपंच के साथियों ने रास्ते में फिर उन पर प्राण घातक हमला किया जिससे पत्रकार संतोष को गंभीर चोटे आई संतोष को उसके साथी अमर वंश अस्पताल ले गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे तुरंत धार भोज अस्पताल रेफर कर दिया गया जहां पर पत्रकार संतोष और उसके साथी का उपचार जारी है।

बताया जाता है कि सरपंच राधेश्याम पटेल आदतन अपराधी है जिस पर कुछ साल पहले उमरबन चौकी पर हमले के आरोप में मामला दर्ज है और राधेश्याम पटेल भाजपा से ताल्लुक रखता है यही वजह है कि राधेश्याम पटेल पत्रकार पर हमला करने के बावजूद भी खुलेआम घूम रहा है। तो वही पत्रकार संतोष चौहान और उसके साथी पर प्राण घातक हमला होने पर उमरबन चौकी में सरपंच सचिव के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस का यह भी कहना है कि डॉक्टर की जांच रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों पर और भी धाराएं बढ़ाई जा सकती हैं।