अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे
बालाघाट। जिले में पहली बार हो रहे 251 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के पाँच दिवसीय आयोजन की शुरुआत कलश यात्रा से हुई। कलश यात्रा काली पुतली चौक स्थित सिद्धपीठ हनुमान मंदिर से शुरू हुई। इसमें महिलाएं और कन्याएं 1008 कलश सिर पर रख शोभायात्रा के साथ चलीं। हनुमान मंदिर से कलश शोभायात्रा काली पुतली चौक से मेनरोड सर्किट हाउस होते हुए आंबेडकर चौक पहुँची। जहाँ से कलश शोभायात्रा, वाहन यात्रा के रूप में परिवर्तित होकर आयोजन स्थल डोंगरिया स्थित सरदार पटेल विश्वविद्यालय परिसर पहुँची। जहां कल से 251 कुंडीय गायत्री महायज्ञ शुरू होगा। कल से गायत्री महायज्ञ और विराट संस्कार महोत्सव का होगा। आयोजन गायत्री शक्तिपीठ बालाघाट के सह प्रबंध ट्रस्टी महेश खजांची ने बताया कि आज 30 नवंबर को कलश शोभायात्रा के साथ ही 251 कुंडीय गायत्री महायज्ञ कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है। कल 1 दिसंबर से तीन चरणो में 251 कुंडीय गायत्री महायज्ञ होगा। जो प्रतिदिन प्रातः 8 बजे से प्रारंभ होगा। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 8 से 12 बजे तक गायत्री महायज्ञ, 12 से 4 बजे तक संस्कार कार्यक्रम, 4 से 5 बजे तक गायत्री परिवार के वरिष्ठों का प्रवचन और सायंकाल 6 से रात्रि 08 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।







किस दिन क्या होगा?
1 दिसंबर को महिला सम्मेलन, नारियो जागो-स्वयं को पहचानो विषय पर दोपहर 2 बजे से आयोजित होगा। जिसमें पीएचई मंत्री संपतिया उईके शामिल होगी।
2 दिसंबर को विराट संस्कार महोत्सव के तहत विभिन्न संस्कार महोत्सव कराए जाएंगे।
3 को युवा महोत्सव में डॉ. चिन्मय पाण्डेय का उद्बोधन, इसी दिन शाम को 4 बजे दीपयज्ञ का विशाल कार्यक्रम 51 हजार यज्ञ स्थल और पूरे जिले में 4 लाख, दीपों से दीपयज्ञ होगा। जिसमें सीएम डॉ. मोहन यादव शामिल होंगे।
4 दिसंबर को पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम का समापन होगा। इसी दिन कनकी विसबल वाहिनी के कैंपस में जवानों को डॉ. चिन्मय पाण्डेय संबोधित करेंगे।