Breaking
Tue. Jul 1st, 2025

कोल्डवेव से पशुओं को बचाने के लिए पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी

By News Desk Nov 22, 2024
Spread the love

पशुओं की सुरक्षा के लिए सतर्क रहें: सीवीओ

अतुल्य भारत चेतना
सूरज कुमार तिवारी

बहराइच। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने कड़ाके की ठंड (कोल्डवेव) के दौरान पशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए सतर्कता बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पशुओं को ठंड के प्रकोप से बचाने के लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता है। पशुओं को दिन में धूप में रखने और रात से सुबह तक काऊकोट या झोले का उपयोग करके ढकने की सलाह दी गई है। पशुशाला को ठंडी हवा से बचाने के लिए तिरपाल लगाना चाहिए, साथ ही दरवाजे, खिड़कियां और रोशनदान को टाट या बोरे से ढक देना चाहिए। पशुओं को पर्याप्त मात्रा में ताजा और स्वच्छ पानी पिलाने पर जोर दिया गया है। ठंड बढ़ने पर गुनगुने पानी का भी उपयोग किया जा सकता है। कोल्डवेव के कारण पशुओं की श्वसन दर में कमी आ सकती है और शरीर का तापमान 99 डिग्री से. से 100 डिग्री से. तक हो सकता है। ऐसे में पशुओं को कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और अन्य आवश्यक दवाएं दी जानी चाहिए। ठंड के दुष्प्रभावों से बचाव के लिए पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखना आवश्यक है। पशुओं को खुरपका-मुंहपका, एचएस, बकरियों में पीपीआर, ईटी और स्वाइन फीवर जैसी बीमारियों से बचाने के लिए पशु चिकित्सालय में उपलब्ध टीके अवश्य लगवाएं। उन्होंने कहा कि रात में पशुओं को खुले स्थान पर न रखें और ठंडे पानी से नहलाने से बचें। पशु बाड़े की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने का आग्रह करते हुए उन्होंने बताया कि गोबर और मूत्र के निकास की उचित व्यवस्था करें और बाड़े को सूखा रखें। पशुओं को संतुलित आहार दें और उनके भोजन में खली, दाने और अजवाइन-गुड़ का उपयोग बढ़ाएं। ठंड लगने की स्थिति में तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सालय से संपर्क करें। पशु चिकित्सालयों में पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध हैं। पशुपालकों को सलाह दी गई है कि वे ठंड से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति सतर्क रहें और किसी भी समस्या के लिए पशु चिकित्सा अधिकारियों से संपर्क करें।

Responsive Ad Your Ad Alt Text
Responsive Ad Your Ad Alt Text

Related Post

Responsive Ad Your Ad Alt Text