अतुल्य भारत चेतना
दिनेश सिंह तरकर
मथुरा। दिनांक 12 नवम्बर 2024 को लगभग शाम 7:00 बजे, मथुरा रिफाइनरी के नियोजित शट डाउन के बाद क्रूड डिस्टिलेशन यूनिट के स्टार्ट-अप के दौरान मामूली आग लग गई । रिफाइनरी की आंतरिक अग्नि एवं सुरक्षा टीम की मदद से आग को तुरंत बुझा दिया गया और रिफाइनरी परिचालन अप्रभावित रहा। घटना के परिणामस्वरूप आठ कर्मी सतही रूप से झुलस गए । घायलों में से तीन को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि अन्य को स्थानीय स्तर पर चिकित्सा देखभाल मिल रही थी। सभी घायल व्यक्तियों की हालत स्थिर है और उनकी रिकवरी पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है ।फिलहाल, अपोलो अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों की हालत स्थिर है और वे ठीक हो रहे हैं। मथुरा रिफाइनरी अस्पताल में भर्ती अन्य लोगों की हालत स्थिर है। ठीक होने के बाद एक मरीज को छुट्टी दे दी गई है और एक को संभवत: आज शाम को छुट्टी दे दी जाएगी | तीन मरीजों को बेहतर निगरानी और उपचार के लिए मेट्रो अस्पताल, फरीदाबाद में स्थानांतरित कर दिया गया है । प्रथम दृष्टया, आग लगने का कारण सीडीयू कॉलम में नॉन-रिटर्न वाल्व (एनआरवी) की खराबी के कारण प्रतीत होता है, जिसके कारण हाइड्रोकार्बन भाप के साथ मिल गया, जिससे अचानक आग लग गई । घायल व्यक्ति आसपास के क्षेत्र में काम कर रहे थे और अचानक लगी आग से प्रभावित हुए । मथुरा रिफाइनरी की जनसंपर्क अधिकारी रेनू पाठक ने कहा कि मथुरा रिफाइनरी में मंगलवार की शाम हुई घटना से संयंत्र और मशीनरी को कोई नुकसान नहीं हुआ है और रिफाइनरी गतिविधियां सामान्य रूप से जारी हैं । घटना का कारण निर्धारित करने के लिए गहन जाँच की जा रही है । इंडियनऑयल सुरक्षा के उच्चतम मानकों के प्रति प्रतिबद्ध है। हम मामले में आगे की प्रगति साझा करके समय-समय पर मीडिया हाउस को अपडेट करेंगे। सभी मीडिया हाउसों से अनुरोध है कि वे अफवाहों से दूर रहें और सहयोग करें और केवल हमारी कॉर्पोरेट संचार टीम द्वारा दी गई आधिकारिक रूप से प्रमाणित जानकारी ही प्रकाशित करें। साथ ही कहा कि सभी से अनुरोध और आग्रह भी किया जाता है कि वे शांत रहें और सामान्य स्थिति बहाल करने में सहयोग करें।