अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कश्यप
रतनपुर। परहित सरिस धर्म नहिं भाई, पर पीड़ा सम नहीं अधमाई। इस उक्ति को चरितार्थ करते हुए मानवता का पतन हो रहे इस कलयुग में आज भी ऐसे अनेकों सामाजिक संस्थाएं, व्यक्तिगत दानवीर है, जो समय समय में मानवता का मिशाल प्रस्तुत करते हुए गरीबों की सेवा करते हैं। ऐसे ही ऐतिहासिक नगरी रतनपुर के वनांचल सेवा समिति आज 15 वर्षों से सुदूर वनवासी ग्रामीण अंचलों में जाकर ठंड के दिनों में गरीब आदिवासी परिवार को शाल कम्बल वितरित करते आ रहे हैं। इसी क्रम में 12 जनवरी राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर कोरबा जिला अंतर्गत पाली ब्लाक के ग्राम लोहारिया में समिति ने आदिवासियों के बीच शाल कम्बल का वितरण किया । और लोगो को मानव सेवा का संदेश दिया।

इस कार्यक्रम में वनांचल सेवा समिति परिवार के ज्ञानाधार शास्त्री, डाक्टर महेंद्र कश्यप, डाक्टर राजू श्रीवास, डाक्टर रविन्द्र कश्यप, शिवा पांडेय, आनन्द नगरकर, सुनील ठाकुर, झगड़ निर्मलकर, घनश्याम यादव, श्याम सुंदर गुप्ता, पंडित विनोद पाठक, प्रभात कश्यप, रुप कुमार तंबोली, उमेंद कश्यप आदि का विशेष सहयोग रहा।
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