अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे
बालाघाट। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दिनेशचंद्र थपलियाल एवं सचिव ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण सुरेन्द्रसिंह गुर्जर के मार्गदर्शन में बुधवार को एसएसपी महाविद्यालय वारासिवनी में विधिक साक्षरता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण के साथ हुआ। इस दौरान विभिन्न तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत विधिक सेवा योजनाओं के तारतम्य में निबंध प्रतियोगिता में उषा पांचे प्रथम, प्रगति पटले द्वितीय एवं फरहान खान को तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में ग्रुप ‘ए’ प्रथम, ग्रुप ‘सी’ द्वितीय एवं ग्रुप ‘डी’ को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि कृष्णा डागलिया, न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिन लोगों के पास न्यायालय जाकर अपनी कानूनी समस्या को रखने के लिए धन का अभाव है, उन्हें बिना पैसे दिए निःशुल्क कानूनी सहायता विधिक सेवा प्राधिकरण के तहत उपलब्ध हो जाती है। वहीं कार्यक्रम के अध्यक्ष सुधीर सिंह ठाकुर प्रथम जिला न्यायाधीश ने बताया कि विधिक सेवा संस्थान दीवानी एवं आपराधिक मामलों में कानूनी सहायता प्रदान करते हैं। विधिक सेवा योजनाओं के अंतर्गत बाल विवाह रोकथाम, मध्यस्थता कार्यक्रम, राष्ट्रीय लोक अदालतें, विशिष्ट योजनाएं हैं। कार्यक्रम में विधि विभाग के जनभागीदारी अतिथि विद्वान संतोष गोखले, सुनिल कुमार चौरे, श्वेता भास्कर सहित विधि विद्यार्थी उपस्थित रहे।