अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे
बालाघाट। जिले के वारासिवनी कॉलेज के विद्यार्थियों के साथ प्रो. संतोष बिसेन की ओर से अभद्रतापूर्वक व्यवहार करने पर शनिवार दोपहर 3.30 बजे एनएसयूआई ने वारासिवनी कॉलेज के गेट में तालाबंदी की। इसके साथ ही नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज किया। इस दौरान काफी गहमागहमी भरा माहौल रहा, हालांकि बाद में प्राचार्य को ज्ञापन देने के बाद बाद एनएसयूआई ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया। एनएसयूआई जिला प्रभारी ऋषभ सहारे ने बताया कि महाविद्यालय का भाजपाई करण हो गया है। जो शैक्षणिक संस्था के लिए ठीक नहीं है, विगत दिनों प्रो. संतोष बिसेन ने ना केवल विद्यार्थियों से अभद्रता की बल्कि गाली-गल्लौज भी की। इन्हीं सब विषयों को लेकर एनएसयूआई ने विरोध दर्ज किया है। प्रो. ने लिखित माफीनामा दिया। महाविद्यालय प्राचार्य प्रवीण मेश्राम ने बताया कि परीक्षा परिणाम का मामला विश्वविद्यालय स्तर पर है, जिसके लिए हम अपनी ओर से पूरा प्रयास कर रहे है। छात्रवृत्ति शासन स्तर का मामला है, जिस पर निर्णय शासन स्तर पर ही होगा। जहां तक प्रो. संतोष बिसेन के अभद्रता और गाली-गल्लौज वाला मामला है, उसमें प्रो. ने लिखित माफीनामा दिया है। जो हमने एनएसयूआई के पदाधिकारियों को बता दिया है। महाविद्यालय में पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त है। किसी एक दिन पानी में मेंढक निकलने की घटना बताई जा रही है, लेकिन अब टंकियों को साफ कर दिया गया है। कॉलेज या गेट को बंद करने जैसा कोई विरोध नहीं रहा। एनएसयूआई के लोगों से चर्चा कर हमने उन्हें सारी जानकारी दे दी है।