अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे
बालाघाट। आयुष विभाग प्रति वर्ष धन्वंतरि जयंती धनतेरस के शुभ दिवस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाता है। इस वर्ष 29 अक्टूबर को आयोजित राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की थीम वैश्विक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद नवाचार रखी गई है। जिला आयुष अधिकारी डॉ. मिलिंद चौधरी द्वारा अवगत कराया गया कि राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के पूर्व दिवसों में आयुष संचालनालय के निर्देशानुसार आयुष विभाग की समस्त संस्थाओं द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों में महिला एवं बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियां, चिकित्सा शिविरों का आयोजन, आयुर्वेद नवाचार एवं उद्यमिता, आयुर्वेद और योग के माध्यम से कार्य स्थल पर तनाव प्रबंधन तथा एक वृक्ष मां के नाम अभियान के तहत औषधि पौधारोपण, विद्यालयों में आयुर्वेद जागरूकता के लिये चित्र कला, निबंध प्रतियोगिता एवं विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।

इसी तारतम्य में गुरुवार को ई-दक्ष केंद्र में जिला सत्र एवं न्यायाधीश बालाघाट के अधिकारियों एवं कर्मचारी के लिए योग कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें ध्यान व योग के माध्यम से कार्यस्थल पर तनाव प्रबंधन एवं विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य समस्याओं जैसे सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस, कमर दर्द, मानसिक तनाव, अनिद्रा, उच्च रक्तचाप आदि के लिए आयुर्वेद और योग का महत्व बताया गया। कार्यक्रम में डॉक्टर दीपाली वाकडे आयुष चिकित्सा अधिकारी, आयुष विंग बालाघाट एवं आयुष विभाग के योग प्रशिक्षक उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त शासकीय हाई स्कूल घोटी (विकासखंड लांजी) में आयोजित स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त छात्र छात्राओं को योग, व्यक्तिगत स्वच्छता, आयुष दिनचर्या आदि के संबंध में जानकारी दी गई। जिसमें आयुष्मान आरोग्य मंदिर(आयुष) देवालगांव एवं नंदोरा लांजी के चिकित्सक एवं स्टाफ उपस्थित रहे।