अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे
बालाघाट। जिले में शनिवार शाम करीब 5 बजे दीपावली के अलग-अलग प्रशासनिक टीम ने लाइसेंस पटाखा दुकानों की जांच की। जिसमें एसडीएम गोपाल सोनी, तहसीलदार भूपेन्द्र अहिरवार और नायब तहसीलदार की टीम बनाई गई थी। इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर सीएसपी अंजुल अयंक मिश्रा और पुलिस अमला मौजूद था। इस दौरान अग्निशमन यंत्र, दुकान में पटाखों की भंडारण क्षमता, स्टॉक पंजी और सुरक्षा मानकों के तहत पटाखा दुकानों की जांच की। प्रशासनिक टीम ने शहर के 5 लाइसेंसी दुकानदारों पटाखा एंड पटाखा, वाधवानी पटाखा और कदम पटाखा प्रतिष्ठान के अलावा अन्य पटाखा दुकानों की जांच में कमियां पाए जाने पर पटाखा व्यापारी को कमियों को दूर करने के निर्देश दिए।हालांकि, बालाघाट एक नक्सल प्रभावित जिला और बीते सालों में अवैध रूप से संचालित पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद 25 से ज्यादा लोगों की जाने की बड़ी घटना के बाद बालाघाट में पटाखा का विक्रय काफी गंभीर है। जिसे देखते हुए प्रशासनिक और पुलिस अमला अलर्ट मोड पर है। वह दीपावली से पहले पटाखों को लेकर अपनी जांच करने में जुट गया है।
पांच लाइसेंसी दुकानों की हुई जांच
19 अक्टूबर को पटाखा दुकानों की जांच करने पहुंचे एसडीएम गोपाल सोनी ने बताया कि दीपावली के पूर्व सुरक्षा मानकों को लेकर, प्रशासनिक और पुलिस टीम ने शहर के पांच लाइसेंसी दुकानों की जांच अलग-अलग टीम बनाकर की है। जिसमें दुकानों में रखे गए विस्फोटक पटाखों की जांच जा रही है। जिसमें स्टॉक मेंटेनेंस, सुरक्षा मानक को देखा जा रहा है। इसके साथ ही जहां आउट डेटेट अग्निशमन यंत्र मिले है। उन्हें बदलने के निर्देश दिए हैं। जिससे किसी भी आकस्मिक घटना में अग्निशमन यंत्र, अनुपयोगी न हो। उन्होंने बताया कि जांच की एक विस्तृत रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी जाएगी।