

अतुल्य भारत चेतना
शिवशंकर जायसवाल
कोरबा ,कटघोरा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत जय बूढ़ादेव कला एवं विज्ञान महाविद्यालय कटघोरा में दीक्षारंभ समारोह का आयोजन किया गया जिसमे महाविद्यालय के बीएससी प्रथम एवम बीए प्रथम सेमेस्टर के छात्र छात्राएं व उनके पालक के उपस्थिति में यह कार्यक्रम रखा गया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के विद्वान प्राचार्य प्रो प्यारेलाल आदिले ने किया। प्रसिद्ध शिक्षाशास्त्री प्रो. आदिले ने अपने उद्बोधन के प्रारंभ में नव प्रवेशित विद्यार्थियों एवं उपस्थित उनकी पालकों का आत्मिक स्वागत करते हुए ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ पर विस्तार से जानकारी दी। अपने उद्बोधन में कहा कि “शिक्षा के संदर्भ में जब हम इसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को देखें तो भारत में 1848 में पहली बार राष्ट्रीय शिक्षा नीति फूले दंपति ने लाया था क्योंकि उनके द्वारा लाई गई शिक्षा सभी भारत वासियों के लिए एक सुनहरा अवसर के रूप में था।और तब से लेकर आज तक यह शिक्षा नीति बदले हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के रूप में समय समय पर अपनी नवीन उद्देश्य को लेकर लागू की जाती रही है। उक्त विषय पर विशेष जानकारी देते हुए सभी विद्यार्थियों व अभिभावकों को एन ई पी के फायदे बताए एवम इसका प्रचार प्रसार करने के लिए आग्रह किया। नई सोच और ऊंची सोच के साथ नई शिक्षा नीति को लागू करने की बात कही। शिक्षा की गरिमा,महत्व,गंभीरता और उसकी भावी संभावनाओं पर भी आगाह किया।” सहायक प्राध्यापक सी एस रात्रे द्वारा नवीन विद्यार्थियों को बताया कि इस वर्ष सेमेस्टर एग्जाम होगा बीए बीएससी को हटाकर डीएससी कहा जायेगा साथ ही जेनेरिक इलेक्टिव , एबिलिटी एन्हांसमेंट कोर्स ,वैल्यू एडिशन कोर्स , स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम जैसे सब्जेक्ट होगा कहा महाविद्यालय की उपलब्धि , राष्ट्रीय सेवा योजना,खेलकूद की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाविद्यालय के प्रो किशोर दिवाकर ,प्रो आर. जी .यादव,प्रो ओ. पी. सिंह,प्रो चंद्रकली अनंत,प्रो.खुशनुमा परवीन, प्रो निधि जायसवाल,प्रो जी लता कंवर, सुनीत कुमार यादव एमडीपी कॉलेज,अजय अहिर,दुर्गेश महिपाल, धर्मेंद्र कुमार,माधुरी के साथ महाविद्यालय सीनियर स्वयं सेवक सुजाता सिंह, गौतम नायडू, रीता कुमारी , अनुष्का, दुर्गा,प्रशांत कुमार,आदि उपस्थित थे