
अतुल्य भारत चेतना
राजकुमार सैनी
कोटपूतली। राज्य सरकार की ओर से काश्तकारों को सुविधा प्रदान करने की दृष्टि से फसल की गिरदावरी काश्तकारों के स्तर पर स्वयं करने की सुविधा दी गई है। इसके लिए काश्तकार अपने मोबाईल में गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से राज किसान गिरदावरी ऐप डाउनलोड कर अपने जनाधार से लॉगिन कर ई-गिरदावरी कार्य कर सकते हैं। जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए किसान गिरदावरी ऐप विकसित किया गया है, जिसका सभी काश्तकारों को स्वयं अपनी फसल की गिरदावरी करने के लिए उपयोग करना चाहिये। उन्होंने कहा कि यदि किसी के खेत में कुछ भी नहीं बोया हुआ है तो भी निल (बिना फसल) गिरदावरी करनी चाहिये। ताकि खुद के स्तर पर गिरदावरी करने की प्रक्रिया जान सकें। जिला कलेक्टर अग्रवाल ने बताया कि जिले के समस्त काश्तकार राज किसान गिरदावरी ऐप का अधिक से अधिक उपयोग करते हुए रबी फसल की गिरदावरी स्वयं करें। ताकि राज्य सरकार की मंशानुसार गिरदावरी कार्य में काश्तकार की पटवारी पर निर्भरता नहीं रहे एवं फसल का सही-सही आंकलन होकर गिरदावरी कार्य भी समय पर पूर्ण हो सके। जिला कलेक्टर अग्रवाल ने बताया कि इसके लिए किसान को अपना आधार कार्ड या आधार कार्ड की सीडिंग करवानी पड़ेगी। आधार कार्ड के आधार पर एक ओटीपी किसान के मोबाईल पर आयेगी, जिसके बाद किसान इस ऐप पर आगे की कार्यवाही कर सकते है। इस ऐप के माध्यम से किसान अपने खेत या खेत के खसरा नंबर चयन कर अपने खेत में खड़ी फसल की गिरदावरी ऑनलाईन पोर्टल पर दर्ज कर सकते है। इस दौरान ऐप में किसान की फसल के रियल टाईम फोटोग्राफ लिए जायेगें। जिनके आधार पर पटवारी द्वारा गिरदावरी को प्रमाणित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि गिरदावरी कार्य में पटवारी स्तर पर निर्भरता कम रहेगी एवं वास्तविक फसल की गिरदावरी करना सम्भव हो सकेगा। साथ ही फसल का अंकन समुचित रूप से हो पायेगा तथा फसल गिरदावरी वास्तविक फसल के आधार पर हुई है इसको लेकर काश्तकार को पूर्ण रूप से संतुष्टि होगी।