
अतुल्य भारत चेतना
संवाददाता
लखनऊ। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी शिया कॉलेज बज़मे दिनियात कमेटी की जानिब से इस मजलिस का आयोजन प्रधानाचार्य एस हसन सईद नक़वी ने करवाया। चौथे इमाम हज़रत ज़ैनुल आब्दीन आल्लेहस्लाम की याद में शिया कॉलेज के ख़ातिबुल ईमान हॉल में मौलाना ग़ुलाम हुसैन ज़ैदी सदफ जौनपुरी ने ख़िताब की। जिसमे मौलाना सदफ जौनपुरी ने याद ए बीमार ए कर्बला के मसयाब पढ़े और इमाम द्वारा दी गयी शिक्षा के बारे में लोंगो को अवगत कराया। किस प्रकार कर्बला के शहीदों और उनके परिवार के लोंगो ने पैगम्बर मोहम्मद साहब की नसीहतो का पालन करते हुए हक़ और इंसाफ की लड़ाई लड़ते हुए शहीद हुए। मजलिस से पहले शायरों ने अपने आशार ए अक़ीदत पेश किये। जिसमे शिया कॉलेज कमेटी के मेंबर प्रोफ0 समीहुल हसन तक़वी, इक़बाल मिर्ज़ा एवं कॉलेज छात्रों ने शेयर पढ़े। मजलिस तमाम होने के बाद ताबूत याद ए बीमार ए कर्बला को नसीरुद्दीन हैदर कर्बला ले जाया गया। अंजुमन ने ताबूत के साथ चलते हुए नौहीखानी की ” बाबा आप के कातिलों ने मुझे मारा ” मातम के साथ ताबूत कर्बला पहुंचा। ताबूत बढ़ने से पहले अलविदाई मजलिस मौलाना मिर्ज़ा मुमताज़ अली ने ख़िताब की। इसके बाद नज़रे मौला और तबर्ररुक तकसीम किया गया।