



अतुल्य भारत चेतना
राजेश पटेल
वाराणसी। जन शिक्षण संस्थान, नरायनपुर, शिवपुर – वाराणसी में स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम 15 जुलाई से 31 जुलाई 2024 का समापन बुधवार, दिनांक 31 जुलाई 2024 को जनजातीय शोध एवं विकास संस्थान गणेशपुर तरना में किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विमल कुमार सिंह, जिला प्रशिक्षण अधिकारी (जिला ग्राम्य में विकास संस्थान) वाराणसी थे। कार्यक्रम का प्रारंभ भगवान बिरसा मुंडा के मूर्ति पर मुख्य अतिथि महोदय द्वारा माल्यार्पण से किया गया। कार्यक्रम का संचालन संस्थान के पंकज शर्मा एपीओ द्वारा किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि महोदय द्वारा उपस्थित संस्थान के कर्मचारीयों एवं लाभार्थियों को स्वच्छता शपथ दिलाकर किया गया। कार्यक्रम के विषय में विस्तार से प्रकाश डालते हुए संस्थान के निदेशक ने अवगत कराया की स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत विश्व युवा कौशल दिवस, स्वच्छता शपथ, कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक के उपयोग से हानि, स्वच्छता निबंध लेखन प्रतियोगिता, स्वच्छता रैली, शौचालय का प्रयोग, मेहंदी प्रतियोगिता, संचारी रोग से बचाव एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन संस्थान के विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों के साथ साथ कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय सारनाथ, प्रेमचंद इंटरमीडिएट कॉलेज पांडेपुर, एंबीशन विद्यालय फुलवरिया इत्यादि स्थानों पर कुल 12 वर्ग गतिविधियों का संचालन करते हुए लगभग 1340 लोगों को स्वच्छता हेतु शपथ दिलाया गया एवं जागरूक किया गया। मुख्य अतिथि महोदय ने अपने उद्बोधन में लाभार्थियों को बताया कि हमें स्वच्छता हेतु हमेशा जागरूक रहना चाहिए नाखूनों की कटाई, हाथ की सफाई, हाथ धुलना ,आसपास के क्षेत्र को साफ सुथरा रखना, कूड़ा एवं करकट का निस्तारण हमेशा निर्धारित स्थान पर ही करना एवं सुखे एवं गीले कचरे को अपने स्थान पर ही निस्तारित करने हेतु जागरूक किया। साथ ही आह्वाहन किया कि बिना स्वच्छता के मनुष्य जीवन सफल नहीं हो सकता। संस्थान के निदेशक ने अपने उद्बोधन में कहा कि जल, जमीन एवं जंगल को प्रदूषण से बचाकर ही मानव जीवन को बचाया जा सकता है। संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने उपस्थित समूह के सदस्यों को प्लास्टिक से बने सामानों द्वारा किस तरह से मानव जीवन एवं पर्यावरण को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है के विषय में विस्तार से अवगत कराया। संस्थान द्वारा दिनांक 30 जुलाई 2024 को आयोजित स्वच्छता एवं मेहंदी प्रतियोगिता के विजेताओं प्रथम स्थान खुशबू सरोज, द्वितीय स्थान अंकिता पटेल एवं तृतीय स्थान ज्योति भारद्वाज को मुख्य अतिथि महोदय द्वारा शील्ड देकर सम्मानित किया गया। यह प्रतियोगिता संस्थान के प्रशिक्षण केंद्र सभईपुर में आयोजित की गई थी। उपस्थित लाभार्थियों को संस्थान के श्री पंकज शर्मा जी ने अपने विचार प्रकट करते हुए पिछले सालों में हुए अनुभव के आधार पर बताया की कोई भी लाभार्थी सामुदायिक स्थान पर लगाए गए पेड़ों की देखभाल नहीं करता है। जिसके कारण वह सुख कर नष्ट हो जाते हैं। संस्थान ने सर्वसम्मति से इस वर्ष निर्णय लिया की सभी उपस्थित लाभार्थियों को इस साल वृक्ष ही वितरित कर दिया जाए। इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि महोदय द्वारा आम, अमरूद, शीशम और नींबू के पौधों का वितरण लाभार्थियों के बीच किया गया। संस्थान के कार्यक्रम समन्वयक अनुज प्रताप सिंह ने उपस्थित लाभार्थियों को कौशल एवं स्वच्छता कैसे एक दूसरे के पूरक है के विषय में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने कहा यदि हम कार्यस्थल एवं घर को साफ सुथरा रखें तो हमारे कार्य करने की क्षमता एवं रोग प्रतिरोधक क्षमताबढ़ जाती है। जनजातीय शोध एवं विकास संस्थान, वाराणसी के सचिव बृजभान मरावी ने उपस्थित समुदाय के लोगों को प्राचीन काल में जंगल के जीवन एवं स्वास्थ्य का संबंध में किस तरह से एकरूपता बनी रहती है के विषय में विस्तार से चर्चा किया। उन्होंने कहा की जंगल एवं पेड़ जैसे-जैसे नष्ट होते, जाएंगे मानव जीवन पर उतने ही मात्रा में संकट भी आते रहेंगे। अतः हमें स्वच्छ एवं हरा भारत बनाने हेतु एक दूसरे के साथ कदम मिलाकर चलना ही होगा। आज के इस कार्यक्रम का समापन संस्थान के श्री अमित कुमार गौरव द्वारा मुख्य अतिथि सहित उपस्थित लाभार्थियों एवं जनजातीय शोध संस्थान के सचिव श्री बृजभान मरावी संरक्षक श्री विनोद मरावी जी का इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु विशेष धन्यवाद दिया। इस धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही आज के इस कार्यक्रम एवं स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रमों की समाप्ति की घोषणा मुख्य अतिथि द्वारा कर दी गई।