
अतुल्य भारत चेतना
सुधांशु त्रिपाठी
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिला अध्यक्ष बृजेश पाण्डेय द्वारा बेसिक शिक्षा मंत्री के उस बयान पर नाराजगी जताई गयी है। जो की बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा विधानसभा सत्र में शिक्षामित्र के बारे में दिए गए बयान में यह कहा गया कि उत्तर प्रदेश सरकार का वर्तमान में शिक्षामित्रों के मानदेय बढ़ोत्तरी का कोई विचार नहीं है। जबकि माननीय मंत्री महोदय द्वारा अभी कुछ समय पूर्व एक सदस्य द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में कहा गया था कि माननीय न्यायालय के आदेश के क्रम में सरकार के स्तर पर एक कमेटी का निर्धारण कर इनके मानदेय बढ़ोत्तरी पर विचार चल रहा है। बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा बार-बार अपने बयान बदलने से शिक्षामित्र में निराशा वह हताशा व्याप्त है । जिसके कारण प्रदेश के करीब 10000 शिक्षामित्र डिप्रेशन में आकर, दैनिक समस्याओं से परेशान होकर आत्म हत्या जैसे कदम उठा चुके है । यदि वर्तमान सरकार महंगाई को देखते हुए थोड़ा-थोड़ा भी मानदेय प्रतिवर्ष बढ़ाई होती तो अन्य राज्यों की भातिं उत्तर प्रदेश का शिक्षामित्र भी आज खुशहाल जिंदगी जी रहा होता। इस संबंध में जिला महामंत्री पवन कुमार द्वारा बताया गया कि शिक्षा मंत्री का बयान निंदनीय है ।सारे शिक्षामित्र साथी 5 सितंबर के लिए एक विशाल धरने की तैयारी करें ,सरकार द्वारा बार-बार कमेटी बनाकर हमारी जायज मांगों को ठण्डे बस्ते में डाल दिया जा रहा है ।कमेटी के नाम पर शिक्षामित्र को गुमराह करना,मंत्री द्वारा बार-बार बयान बदलना अब यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । प्रदेश का 158000 शिक्षामित्र लखनऊ की सरजमीं पर अपनी जायज मांगों के लिए संघर्ष करने को बाध्य है।