

अतुल्य भारत चेतना
संयोग रुंघे
सगम सावगा मैगनीज खदान का मामला
महाराष्ट्र के ठेकेदार चला रहे हैं मैगनीज खदान
सौसर। सौसर क्षेत्र में इन दिनों मैंगनीज खदान का मामला लगातार चर्चा में है कई जगह अवैध रूप से खदानें चल रही है ,तो कई सैकड़ो फीट खदान में गड्ढे खोद कर रख दिए है ना तो इसका सही रूप से पैमाने के हिसाब से कार्य किया जा रहा है तो जहां चाहे वहां जमीन खोदी जा रही है ऐसा ही मामला क्षेत्र में लगातार मैंगनीज खदान चर्चाओं में है सूत्रों के अनुसार कुछ दिन पहले ही इस खदान की शिकायत होने पर जबलपुर से जांच टीम आई थी इसमें माइनिंग उच्च अधिकारी अपनी खानापूर्ति के नाम पर कार्यवाही कर चले जाते हैं ज्यादातर क्षेत्र में देखे जाए तो निजी जमीन खरीद कर रख दी गई थी और अब उसे लीज के नाम से खोद कर मन मर्जी से मैगनीज निकाला जा रहा है ऐसा ही मामला सौसर क्षेत्र के खैरीतायगांव के ग्वारी वडोना मे बीते कई वर्षों से खदान चल रहा है , जिसमें 4 खदानों मे से 2 खदाने बंद हो चुकी है जिसमें एक अग्रवाल के नाम से चल रही है और दूसरी कोली की जो बॉम्बे से होने की बात कही जा रही है ये खदाने 2002 से शुरु हुईं थी और 2010 मे बंद होने की जानकारी मिली है परंतु इन खदानों की गहराई 50 फीट से अधिक गहरी खोद कर छोड़ दी गई है अब ऐसे में सवाल यह उठ रहा है की इन जमीनों को खोदकर मैग्निज निकालने की परमीशन आसानी से दे दी जाति तो क्या इन खदानों को अवैध उत्खनन करने के बाद जमीन को लेवल न करने पर इनके खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं होती ?
वही इन खदानों में मिनरल माइंस के साथ साथ मैगिन्ज खदान भी चल रही हैं, सूत्रों के अनुसार इस खदान से जो वेस्टेज मटेरियल निकल रहा है उसे वन विभाग की जमीन पर सागोन के पेड़ काट कर फेका जा रहा है , अगर ठीक से इनकी जांच हो तो इनके द्वारा की जा रही भारी अनियमितता देखने को मिल सकती है।