



अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
संचालक को हिरासत में लेकर फैक्ट्री को सीज करने की कार्यवाही में जुटा प्रशासन
कैराना। पुलिस-प्रशासन ने नेशनल हाइवे पर गांव पंजीठ के निकट चल रही काले तेल की अवैध फैक्ट्री पर छापेमार कार्यवाही की है। इस दौरान मौके से भारी मात्रा में काले रंग का अपमिश्रित पेट्रोलियम पदार्थ बरामद हुआ है। पुलिस-प्रशासन ने संचालक को हिरासत में लेकर फैक्ट्री को सीज करने की तैयारी कर दी है।
उपजिलाधिकारी कैराना स्वप्निल कुमार यादव व सीओ अमरदीप मौर्य ने राजस्व व पुलिस टीम के साथ में कस्बे के नेशनल हाइवे पर पंजीठ बिजलीघर के निकट स्थित एक काले तेल की फैक्ट्री पर छापेमार कार्यवाही की। टीम को मौके पर हजारों लीटर काला तेल बरामद हुआ, जिसे अपमिश्रित पेट्रालियम पदार्थ बताया जा रहा है। फैक्ट्री से बरामद तेल बड़े-बड़े टैंकरों, लोहे व प्लास्टिक के ड्रमों तथा जमीन में कई फीट गहरे बनाए गए हौज में रखा गया है। बाद में आपूर्ति निरीक्षक कैराना योगेश कुमार को भी मौके पर बुला लिया गया। टीम ने मौके पर मौजूद फैक्ट्री संचालक से संचालन सम्बन्धी दस्तावेज दिखाने को कहा तो वह बगले झांकने लगा, जिस पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। वहीं, प्रशासन फैक्ट्री को सीज करने की तैयारी कर रहा है।
पीडब्ल्यू डी टैंकर खड़े मिले छापेमारी के दौरान टीम को फैक्ट्री परिसर में लोहे के चार बड़े टैंकर खड़े हुए मिले, जिनके पीछे लोक निर्माण विभाग तथा आगे ऑन गवर्नमेंट ड्यूटी लिखा था। बताया जा रहा है कि मौके पर मिले टैंकर पीडब्ल्यूडी की सामग्री के ट्रांसपोर्ट का कार्य में लगे है। टीम ने मौके से एक टैंकर चालक को भी हिरासत में लिया है, जिसने फैक्ट्री में चोरी-छिपे तारकोल बेचे जाने की बात स्वीकार की है। माना जा रहा है कि फैक्ट्री में तारकोल व अन्य पदार्थों के मिश्रण से काले तेल का उत्पादन करके बिक्री हेतु दूसरे राज्यों में भेजा जाता है। बरामद तेल के सैंपल लेकर जांच हेतु प्रयोगशाला भेजे जाएंगे। चालीस हजार लीटर के करीब है फैक्ट्री से बरामद तैलीय प्रशासन की छापेमारी के दौरान फैक्ट्री से भारी मात्रा में काले रंग का तैलीय पदार्थ बरामद हुआ है। बरामद तैलीय पदार्थ की वास्तविक मात्रा का पता लगाने के लिए जनपद के माप-तौल अधिकारी से सम्पर्क किया गया, लेकिन छुट्टी का दिन होने के कारण वह क्षेत्र में नही मिले। इसके बाद एएचपी पेट्रोल पंप के प्रबंधक को मौके पर बुलाया गया, जिसने फैक्ट्री से बरामद तैलीय पदार्थ की अनुमानित मात्रा 40 हजार लीटर के करीब बताई है।