
सत्यम जायसवाल
अतुल्य भारत चेतना
कटघोरा 21जुलाई गायत्री को गायत्री धर्मशाला में वार्षिक गुरु पूर्णिमा पूजा का आयोजन बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ किया गया। यह पूजा प्रत्येक वर्ष एक बार होती है और इस वर्ष यह कार्यक्रम सुबह 8:30 बजे से 10:30 बजे तक संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु और शुभचिंतक शामिल हुए। गायत्री धर्मशाला में गुरु पूर्णिमा पूजा का एक महत्वपूर्ण पहलू है मुफ्त संस्कार की सुविधा। इस परंपरा के तहत लोगों को सोलह संस्कार बिना किसी शुल्क के प्रदान किए जाते हैं। यह परोपकारी प्रथा धर्मशाला की समुदाय सेवा की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और वर्षों से लोगों की आस्था का केंद्र बनी हुई है।पूजा के दौरान प्रदान किए जाने वाले मुफ्त संस्कार समुदाय के लिए एक बड़ी सौगात हैं, जिससे सभी लोग, चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कुछ भी हो, इन महत्वपूर्ण अनुष्ठानों का हिस्सा बन सकते हैं। इस समावेशी दृष्टिकोण ने व्यापक प्रशंसा प्राप्त की है और धर्मशाला और स्थानीय जनता के बीच संबंधों को मजबूत किया है। गायत्री धर्मशाला में गुरु पूर्णिमा पूजा एक प्रिय आयोजन बना हुआ है, जो भक्ति, सामुदायिक सेवा और सांस्कृतिक विरासत के मूल्यों को प्रदर्शित करता है। ट्रस्टी और अधिकारियों के समर्पित प्रयासों के कारण यह परंपरा जीवंत और सभी के लिए सुलभ बनी रहती है।