
अतुल्य भारत चेतना
डॉ. नटवर नागर
राधे राधे और गिरिराज प्रभु के जयघोष से गूंज उठी गिरिराज तलहटी
मथुरा। मुड़िया पूर्णिमा मेला में गिरिराज परिक्रमा के लिए श्रद्धा का सैलाब उमड़ने लगा है। दानघाटी और मुकुट मुखारविंद मंदिर में गिरिराज महाराज की पूजा के उपरांत श्रद्धालुओं ने 21 किमी लंबी परिक्रमा लगाई तो पूरे परिक्रमा मार्ग में मानव श्रृंखला बन गई। विभिन्न संस्कृतियों से सजे मेला में गिरिराज जी मंदिर श्रद्धालु भक्तों के आकर्षण के केंद्र बने रहे। मृदंग मजीरों की थाप पर मठ मंदिरों में हरि नाम संकीर्तन जाप चल रहा है। पांच दिवसीय मेले और आस्था के कुंभ में लाखों श्रद्धालु मन्नत मांग रहे हैं। उत्तर भारत में मिनी कुंभ के नाम से विख्यात राजकीय मुड़िया पूर्णिमा पर गिरिराज परिक्रमा मार्ग आस्था और भक्ति से सराबोर नजर आया। शुक्रवार की रात बडी संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने गिरिराज प्रभु की परिक्रमा लगाकर मनौती मांगी। गोवर्धन महाराज की शरण में आए सैलाब को आंकने के लिए सारे पैमाने भी असहाय साबित हुए। श्रद्धालुओं की भीड़ गोवर्धन पहुंचने लगी तो रात में परिक्रमा मार्ग में पैर रखने की भी जगह नहीं बची। मध्य रात 12 बजे तक लाखों श्रद्धालु परिक्रमा कर रहे थे। दानघाटी मंदिर, मुकुट मुखारविंद, जतीपुरा मुखारविंद मंदिर में भी श्रद्धालुओं की खासी भीड़ रही। रंग बिरंगी रोशनी से दमकते गिरिराज मंदिर भक्तों के आकर्षण के केंद्र बने रहे। दानघाटी मंदिर, मुकुट मुखारविंद मंदिर व जतीपुरा मुखारविंद मंदिर पर हुए दुग्धाभिषेक से गोवर्धन में आस्था का अलग रंग देखने को मिल रहा है। भीड़ की अधिकता के कारण तमाम भक्त दूध की जगह पैसे चढ़ाते नजर आए।