
अतुल्य भारत चेतना
राजेश कुमार हाडिया
होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के प्रति मरीजों का बढ़ता रूझान
कोटपूतली। निकटवर्ती बानसूर क्षेत्र के ग्राम रसनाली स्थित राजकीय होम्योपैथिक औषधालय में ब्लॉक होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि तौंदवाल व चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ. अशोक सैनी के नेतृत्व में एक पेड़ देश के नाम व हरित राजस्थान अभियान के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित कर 31 पौधे लगाये गये। इस दौरान राजस्थान सेवानिवृत कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष पं. बृजमोहन शर्मा, सहकारी समिति व्यवस्थापक सुमित सिंह तंवर, योग प्रशिक्षक मंजित यादव, बबली शर्मा, जगदीश सैनी के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने होम्योपैथिक को प्रभावी चिकित्सा पद्धति बताते हुये कहा कि प्रदेश भर की तरह बानसूर में भी होम्योपैथिक चिकित्सा के प्रति मरीजों का रूझान बढ़ रहा है। उन्होंने डॉ. रश्मि तौंदवाल व डॉ. अशोक सैनी के कार्य की प्रशंसा करते हुये कहा कि बानसूर में खुले होम्योपैथिक औषधालय के रसनाली स्थानान्तरित होने पर ग्रामीणों में इस चिकित्स पद्धति के प्रति विश्वास बढ़ा है। जहाँ दुर दराज से मरीज ईलाज के लिये आ रहे है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1985 में बानसूर में तत्कालीन सरपंच लक्ष्मण प्रसाद बोहरा ने पंचायत की निजी आय से होम्योपैथिक औषधालय का शानदार भवन बनवाया था। परन्तु राजनीति के चलते होम्योपैथिक औषधालय को रसनाली स्थानान्तरित किये जाने के बाद उक्त भवन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। पूर्व में तत्कालीन सरपंच मंगलराम सैनी द्वारा उक्त भवन को आयुर्वेदिक औषधालय संचालित करने हेतु दिया गया। परन्तु राज्य सरकार द्वारा एक छत के नीचे चिकित्सा सेवा के आदेश दिये जाने पर आयुर्वेेद अधिकारियों द्वारा उक्त भवन को राम हवाले छोड़ दिया गया। जिसके बाद से भवन का चार्ज ही नहीं लिया गया एवं ना ही उसका निरीक्षण किया गया। शर्मा ने उम्मीद जताई कि राज्य सरकार के आदेश पर नगर पालिका द्वारा जल्द ही उक्त भवन का पट्टा जारी किये जाने के बाद बजट आवंटन से नवीनीकरण करवाकर ब्लॉक होम्योपैथिक औषधालय को स्वयं के निजी भवन में संचालित किया जायेगा।