अतुल्य भारत चेतना
सुधांशु तिवारी
सुलतानपुर। नहर में पानी नहीं, नाले व तालाब सूखे, कैसे होगी धान की खेती। तेज गर्म हवाऔ और भयंकर गर्मी में जहाँ जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है वहीं किसान बेहाल है। भीषण गर्मी से खेत सूखकर खलिहान बन गए है। बरसात न होने की वजह से किसान अब आसमान की ओर टकटकी लगाए है। सिंचाई की व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है। किसानों को धान की नर्सरी और रोपाई के लिए परेशान होना पड रहा है यहां तो नर्सरी डालना मुुश्किल हो गया है ।
जून के अंतिम सप्ताह से धान की रोपाई का काम शुरू हो जाता है लेकिन अभी तक नहरों में पानी नहीं है। नाले व तालाबों में पानी नहीं है। किसान इस बात को लेकर चिंतित है कि धान की खेती कैसे होंगी।

धनपतगंज विकास खंड क्षेत्र के अधिकांश किसानो के खेतों में दरारें पड गयी है। इन दिनों पड रही भीषण गर्मी से इन्सान, पशु, पक्षी सभी परेशान हो गए है। सुबह नौ बजे से ही सूरज आग उगलने लगता है। रही सही कसर गर्म हवाएँ पूरी कर रही है। भष्टाचार के तालाबों की स्थिति और ही निराशाजनक है। लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद खुद बूँद बूँद को तरस रहा है पिपरी साई नाथ पुर का तालाब, ज़िम्मेदार भी शामिल हैं ऐसे होता है विकास।
Subscribe aur YouTube channel
