अतुल्य भारत चेतना
रईस
रुपईडीहा/बहराइच। बीती रात रुपईडीहा थाना क्षेत्र के बढ़ेया अड़गोड़वा में एक 13 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले 22 वर्षीय आरोपी अजमेर पुत्र गुलाम वारिस के साथ पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने की खबर सामने आई है। मुठभेड़ में आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है, और पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की जा रही है।
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घटना का विवरण
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि बीती रात लगभग 2 बजे, रुपईडीहा थाना क्षेत्र के बढ़ेया अड़गोड़वा निवासी अजमेर ने पड़ोस की 13 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता के पिता ने इस संबंध में रुपईडीहा थाने में तहरीर देकर न्याय की मांग की थी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की और स्वाट टीम के साथ रुपईडीहा पुलिस ने संयुक्त रूप से आरोपी की तलाश शुरू की।
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पुलिस मुठभेड़
मूकबीर खास (विशेष मुखबिर) की सूचना के आधार पर पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी अजमेर नेपाल सीमा की ओर भागने की फिराक में है। इसके आधार पर पुलिस ने पचपकड़ी के पास नेपाल जाने वाले मार्ग पर घेराबंदी की। पुलिस के अनुसार, घेराबंदी के दौरान अजमेर ने देसी तमंचे से पुलिस पर फायर कर दिया। आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें अजमेर के दाहिने पैर में गोली लगी। घायल अवस्था में उसे तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया। मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एक देसी तमंचा भी बरामद किया है।
पुलिस और स्वाट टीम की कार्रवाई
मुठभेड़ के दौरान मौके पर पुलिस क्षेत्राधिकारी (नानपारा) प्रद्युम्न सिंह, प्रभारी निरीक्षक (रुपईडीहा) रमेश रावत, मुख्य आरक्षी आजाद सिंह, आरक्षी हेमंत वर्मा, और स्वाट टीम के अन्य अधिकारी मौजूद थे। पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। विधिक कार्रवाई प्रगति पर है, और मामले की गहन जांच की जा रही है।
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सामुदायिक और प्रशासनिक प्रभाव
यह मुठभेड़ रुपईडीहा, जो भारत-नेपाल सीमा के नजदीक एक संवेदनशील क्षेत्र है, में हुई है। बहराइच जिला पहले भी विभिन्न आपराधिक घटनाओं के कारण चर्चा में रहा है, और इस घटना ने एक बार फिर प्रशासन की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई को रेखांकित किया है। पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय निवासियों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है, लेकिन साथ ही नाबालिग के साथ हुई इस जघन्य घटना ने समुदाय में आक्रोश भी पैदा किया है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने स्पष्ट किया कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और मामले की जांच में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), जो नेपाल सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात है, को भी सतर्क कर दिया गया है ताकि सीमा पार किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोका जा सके। पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।
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रुपईडीहा में हुई इस मुठभेड़ ने एक बार फिर पुलिस की सक्रियता और अपराधियों के खिलाफ कठोर रुख को प्रदर्शित किया है। यह घटना न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। नाबालिगों के खिलाफ अपराधों पर अंकुश लगाने और समाज में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन से और सख्त कदम उठाने की मांग उठ रही है।