अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कश्यप
रतनपुर। ऐतिहासिक नगरी रतनपुर हमेशा से शांति और सौहार्द की नगरी रही है, लेकिन समय के प्रवाह में कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा अशांति फैलाने एवं आपसी सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश समय समय में की जाती है। इसके पीछे मूल कारण यहाँ अवैध रूप से बिक रहे गांजा एवं शराब की बिक्री है। अधिकांश मोहल्लों में यहां अवैध गांजा एवं शराब की बिक्री हो रही है। यहाँ तक थाना के आसपास ही गांजा एवं शराब बेची जाती है। इन बातों से रतनपुर पुलिस भी अनभिज्ञ नहीं है। इन पर कार्यवाही करने पुलिस विफल है। कई स्थानों पर पुलिस शराब कोचियों को पकड़ने के बाद लेन-देन कर अपना पल्ला झाड़ लेती है। ऐसे में अवैध शराब बेचने वालों का हौसला बुलंद हैं। इसके साथ ही नगर में समय-समय पर अपराधिक गतिविधियां भी होते रहती है जिस पर उचित कार्यवाही नहीं होती जिससे अपराध को बढ़ावा मिलता है। ऐसे ही हाल ही में खंडोबा मंदिर के पास रहने वाली एक महिला के द्वारा छेड़छाड़ की घटना का रिपोर्ट थाने में लिखाया गया। इस पर दोषी पर कार्यवाही करने का आश्वासन देकर पीड़ित महिला को चलता कर दिया गया और आज चार पाँच दिनों के बाद भी कोई कार्यवाही दोषी के खिलाफ नहीं किया गया है, जो कि पुलिस प्रशासन की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है, ऐसे में दीन दुखी एवं घर में अकेले रह रही कोई महिला सुरक्षित कैसे रहेगी यह सोचनीय विषय है। इस पर शासन एवं जिला पुलिस अधीक्षक को संज्ञान लेने की आवश्यकता है।