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बढ़नी ब्लॉक में राष्ट्रीय पोषण माह का धूमधाम से हुआ आयोजन

By News Desk Sep 28, 2024
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अतुल्य भारत चेतना
दुर्गा कुमार यादव
बढ़नी/सिद्धार्थ नगर। बढ़नी ब्लॉक में राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन बड़े उत्साह के साथ किया गया। सुबह से हो रही बारिश के बावजूद, बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 7 गर्भवती महिलाओं की गोदभराई और 6 माह पूर्ण कर चुके शिशुओं का अन्नप्राशन समारोह धूमधाम से संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम के माध्यम से कुल 14 महिलाओं और शिशुओं को पोषण का तोहफा मिला। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती साधना चौधरी ने किया। उन्होंने इस कार्यक्रम को कुपोषण मुक्त भारत के अभियान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। खंड विकास अधिकारी श्री श्याम मुरली मनोहर मिश्र ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका को सराहते हुए कहा कि वे कुपोषण उन्मूलन में अहम योगदान दे रही हैं।
कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के माता-पिता को पोषण संबंधी जानकारी दी गई और उन्हें स्वस्थ आहार लेने के लिए प्रेरित किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कुपोषण के कारणों और बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को पोषणयुक्त आहार के नमूने भी दिए गए। इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को यह समझाया गया कि कुपोषण केवल बच्चों की समस्या नहीं है, बल्कि यह गर्भवती महिलाओं और पूरे परिवार के लिए भी एक गंभीर समस्या है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी रविंद्र यादव ने बताया कि गोदभराई कार्यक्रम तो हर महीने होता है, लेकिन सितंबर माह को विशेष रूप से पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुपोषित बच्चों की पहचान कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सूचित करती हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से 0 से 5 वर्ष के बच्चों का घर-घर जाकर वजन लेना और अन्य स्वास्थ्य परीक्षण किए जाते हैं।
इस कार्यक्रम के दौरान एक रैली भी निकाली गई जिसमें ब्लॉक की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं शामिल हुईं। इस रैली के माध्यम से लोगों को पोषण के महत्व के बारे में जागरूक किया गया।
यह कार्यक्रम कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में एक सकारात्मक कदम है। बाल विकास विभाग द्वारा किए जा रहे इन प्रयासों से क्षेत्र में कुपोषण की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी। इस कार्यक्रम की सफलता ने दिखाया है कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी समुदाय के लोग पोषण के महत्व को समझते हैं और इसमें अपनी भागीदारी निभा रहे हैं।

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