सुरक्षा बलों की तैनाती के बावजूद बे-खौफ जारी अवैध धंधा
अतुल्य भारत चेतना
रईस
रुपईडीहा/बहराइच। भारतीय क्षेत्र में पुलिस व एसएसबी तथा नेपाली क्षेत्र में पुलिस व आर्म्ड पुलिस फोर्स के जवान अहर्निश पहरा दे रहे हैं। फिर, किन कारणों से दोनो देशों का संगठित तस्कर गिरोह तस्करी करने में सफल हो रहे हैं।, अपने आप मे यह यक्ष प्रश्न है। नेपाल से सरेआम पूरे दिन बीच बाजार से होते हुए देशी नेपाली घी, चायनीज कॉस्मेटिक आइटम, चायनीज लाइटर, नेपाली खुकुरी सिगरेट, जड़ीबूटी व जर्दा युक्त मेघाश्री गुटखा आदि सामान बेखटक भारतीय क्षेत्र में लाया जा रहा। इसी प्रकार नेपाली कस्टम की चोरी कर भारतीय क्षेत्र से कपड़े, जूते, चावल, मैदा, चीनी, दलहन, चप्पल, ऑटो पार्ट्स, बेल्ट, पर्स व इन्वर्टर की बैटरी आदि नेपाल जा रही है। भारतीय क्षेत्र में चप्पे चप्पे पर एसएसबी व नेपाली क्षेत्र में सिविल पुलिस व आर्म्ड पुलिस फोर्स के जवान इसी गोरख धंधे को रोकने के लिए जवान लगे हैं। यदा कदा नेपाल की एपीएफ व भारत की एसएसबी इन सामानों को पकड़ कर अपनी पीठ थपथपाती रहती है, व वाहवाही लूटने के लिए प्रेस विज्ञप्तियां भी जारी करती रहती हैं। समाचार एजेंसियां इन्ही विज्ञप्तियों को छापती भी रहती हैं। परंतु मर्ज बढ़ता गया ज्यूँ ज्यूँ दवा की, की कहावत चरितार्थ हो रही है। इंडो नेपाल बार्डर पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। रोड पर दिखावे के लिए कड़ाई से चेकिंग होती है। आईडी देखकर लोगो जो आने जाने दिया जा रहा है। आईडी न होने पर आमजन से झड़प होते हुए भी देखा गया है। परंतु रुपईडीहा के पूरब व पश्चिम खुली सीमा से होते हुए दोनो देशों मे प्रतिबंधित सामानों की तस्करी जारी है। तस्कर पहले रात के अंधेरे में पगडंडियों के रास्तों के प्रयोग करते थे। अब यह धंधा दिन के उजाले में बेखौफ जारी है, और तो और एटीएस सहित प्रांतीय व केंद्रीय गुप्तचर एजेंसियों के अधिकारी व कर्मचारी भी यहां इन्ही राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की सूचना देने के लिए तैनात हैं। या तो ये लोग अपने उच्चाधिकारियों को सूचना देते नही या संबंधित अधिकारी इस पर कोई कार्यवाही नही करते। आम नागरिक इन अवैध गतिविधियों को देखकर चुप रहना ही हितकर समझता है।