
अतुल्य भारत चेतना
सत्येंद्र राजपूत
महोबा l राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्म्भ शनिवार को जनपद न्यायालय के बैठक कक्ष में जनपद न्यायाधीश जे0पी0 यादव द्वारा फीता काटकर एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया। जिसमें धु्रव राय, नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम तेन्द्र पाल, अपर जिला जज एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व अन्य न्यायिक अधिकारी उपस्थित रहे। आयोजित लोक अदालत में प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय डाॅ0 देवेन्द्र सिंह द्वितीय, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण राजेश कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शिवार्थ खरे सहित अन्य अधिकारियों द्वारा अपने अपने न्यायालयों में अधिकाधिक वादों का निस्तारण कराया गया। आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 52,980 वादों का निस्तारण किया गया। जिसमें सिविल के 8 वादों, मोटर दुर्घटना प्रतिकर के 16 वादों, वैवाहिक मामलों के 19 वादों, बैंक ऋण एवं अन्य फाइनेंस कम्पनी से सम्बन्धित प्रीलिटिगेशन स्तर के 136 वादों, राजस्व के 171 वादों, लघु अपराधिक मामलों के 3476 वादों का निस्तारण किया गया एवं उत्तराधिकार के कुल 06 मामलों, विद्युत अधि0 के 53 मामलों तथा अन्य प्रकार कुल 49,095 वादों का निस्तारण किया गया। अयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर दुर्घटना वादों में प्रतिकर धनराशि के रूप में मु0 1,22,73,000 रू0, अर्थदण्ड के रूप में मु0 11,66,890 रू0 एवं विभिन्न बैंकों के मु0 1,33,73,539 रू0 तथात उत्तराधिकार के वादों में मु0 42,18,948 रू0 की धनराशि के वाद एवं अन्य वादों में मु0 8,29,026 रू0 की प्रतिकर धनराशि दिलायी गयी।