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Chhindwara news; छिंदवाड़ा में जीव दया और पर्यावरण संरक्षण की मिसाल: संत विद्यासागर गौशाला में गौसेवा और पौधारोपण

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अतुल्य भारत चेतना
डॉ. मीरा पराड़कर

छिंदवाड़ा/मध्य प्रदेश। धर्म नगरी छिंदवाड़ा में जीव रक्षा और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य को लेकर अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन द्वारा संचालित सर्वोदय अहिंसा अभियान के तहत मेघासिवनी स्थित संत विद्यासागर गौशाला में श्रावण शुक्ल तीज (रविवार) को विशेष सेवा कार्य और पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह अभियान वर्ष 1985 से लगातार जीव दया और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य कर रहा है।

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गौशाला में सेवा और आहार दान

कार्यक्रम में फेडरेशन के प्रांतीय मीडिया प्रभारी एवं सर्वोदय अहिंसा के प्रदेश संयोजक दीपक राज जैन, सक्षम के जिला अध्यक्ष इंजीनियर महेश किन्थ, आधार फाउंडेशन की संचालिका सरिता पांडे, सुमित्रा पवार, भूमिका धुवारे, और अवनीश गौतम सहित अन्य अहिंसा प्रेमी मेघासिवनी स्थित संत विद्यासागर गौशाला पहुंचे। सभी ने मिलकर गौशाला में रह रहे 800 से अधिक गौवंश की सेवा की और उन्हें खली, चुनी, गुड़ आदि पौष्टिक आहार दान किया।

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पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण

इस अवसर पर दीपक राज जैन, प्रशांत जैन, गौशाला के सेवाभावी मैनेजर अजय जैन सहित अन्य अहिंसा प्रेमियों ने गौशाला परिसर में फलदार पौधों का रोपण किया। इस कार्य के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया, जो अभियान के उद्देश्यों के अनुरूप है।

संत विद्यासागर गौशाला: 31 वर्षों की गौरवशाली यात्रा

छिंदवाड़ा जिले के ग्राम मेघासिवनी में आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के मंगल सानिध्य और जीव दया की प्रेरणा से 29 दिसंबर 1994 को बाहुबली जीव रक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण न्यास द्वारा देश की पहली दिगंबर जैन गौशाला का शिलान्यास किया गया था। इस ऐतिहासिक अवसर पर तत्कालीन मध्य प्रदेश उपमुख्यमंत्री सुभाष यादव, संस्था के अध्यक्ष राजेश जैन (राजा की बगिया), और देशभर से सकल जैन समाज के गुरु भक्त उपस्थित थे। यह छिंदवाड़ा के लिए एक यादगार क्षण था।

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वर्ष 1994 से 2025 तक, पिछले 31 वर्षों से यह गौशाला अनवरत रूप से गौसेवा और जीव दया के क्षेत्र में कार्य कर रही है। वर्तमान में गौशाला में 800 से अधिक गौवंश की सेवा की जा रही है। गौशाला में सुंदर मानस मंदिर भी स्थापित है, जो इसकी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को और बढ़ाता है। गौशाला को उत्कृष्ट पशु सेवा और जीव दया के लिए समय-समय पर सम्मानित भी किया गया है, जिसने इसे राष्ट्रीय स्तर पर एक विशिष्ट पहचान दिलाई है।

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समाज से अपील: गौसेवा में सहभागिता

वरिष्ठ समाजसेवी दीपक राज जैन ने जिले के निवासियों और अहिंसा प्रेमियों से अपील की कि वे समय-समय पर या परिवार के विशेष अवसरों पर मेघासिवनी गौशाला या अन्य गौशालाओं में पहुंचकर सेवा कार्य करें। उन्होंने कहा, “गौशाला की सुंदर व्यवस्था और संचालकों का मनोबल बढ़ाने के लिए आपका सहयोग अपूर्व आनंद प्रदान करेगा।” यह अपील जीव दया और पर्यावरण संरक्षण के प्रति समाज की जिम्मेदारी को और सुदृढ़ करने का संदेश देती है।

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