जनादेश शिरोधार्य, कांग्रेस कर रही है अपमान: नगर उपाध्यक्ष
अतुल्य भारत चेतना
लतेश गौतम
बालाघाट। लोकसभा चुनाव के आए जनादेश को शिरोधार्य है। लोकतंत्र में जनमत का फैसला अंतिम होता है। जिसका हम सबको सम्मान करना चाहिए। बहुमत से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश लगातार तीसरी बार एनडीए सरकार ने कामकाज संभाल लिया है। जिसका सारे देश ने खुशियों के साथ स्वागत-सत्कार किया। बावजूद कांग्रेस जनमत रास नहीं आया। दूसरों की बैसाखी के सहारे अपनी सीट बढ़ाने वाली कांग्रेस के नेता जनादेश का खुल्लम-खुल्ला अपमान कर रहे है। यह कहते हुए भारतीय जनता पार्टी नगर उपाध्यक्ष गणेश अग्रवाल ने कहा कि, कोई कहता है लोकतंत्र की हत्या हो गई तो कोई कहता है संविधान समाप्त हो जाएगा। कांग्रेस के नेता उलजलूल बयानबाजी में यह भूल जाते हैं कि देश के संविधान और लोकतंत्र ने ही एनडीए की सरकार फिर एक बार देश में बनाई है। ऐसा कहना कांग्रेस के नेताओ का संविधान और लोकतंत्र का अपमान नहीं है तो क्या है?

स्वयं वाराणसी से लड़ लेते चुनाव
नगर उपाध्यक्ष गणेश अग्रवाल ने कहा कि, यह सब कांग्रेस के पेट में हो रही तकलीफ है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैसे सरकार बन गई। उन्हें मैं याद दिला दूं की देश की जनता ने एनडीए सरकार के दो सफलतम कार्यकाल को देखते हुए अपना आशीर्वाद दिया। इतने पर भी मन नहीं भरा तो कांग्रेस के नेता राहुल गांधी रायबरेली में कहा की मेरी बहन प्रियंका वाड्रा वाराणसी से लड़ जाती है तो प्रधानमंत्री को भी दो-तीन लाख मतों से हरा देती। बोलने के लिए एक खाली पुलाव अच्छा है लेकिन हकीकत कुछ और यह जनता है सब जानती है। राहुल जी काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। आपको अपने आप पर इतना ही घमंड था तो स्वयं वाराणसी से चुनाव लड़ लेते।
संसद छोड़कर इटली तो नहीं जाएंगे: अग्रवाल
भाजपा नगर उपाध्यक्ष गणेश अग्रवाल ने कहा राहुल गांधी नरेंद्र मोदी को हराने की बात छोड़िए अगर आप में वाकई में दम है तो आप वायनाड जगह रायबरेली की सीट छोड़िए फिर देखते हैं जनता क्या जनादेश देती है। फिर आप रायबरेली से अपनी बहन प्रियंका वाड्रा को लड़ा दीजिए देखते हैं परिणाम क्या होता है। लेकिन आप ऐसा नहीं करेंगे आप अपनी बहन प्रियंका को अपनी छोड़ी गई सुरक्षित वायनाड सीट से लड़ाएंगे क्योंकि आपको अच्छे से मालूम है की वायनाड में आपकी बहन आसानी से जीत जाएगी। और हां! देश की जनता ने आपको दो-दो जगह सांसद बनाया है। अब देश देखेगा कि आप संसद में कितना समय बिताते हैं। नहीं तो संसद छोड़कर इटली चले जाएंगे ऐसा नहीं होना चाहिए।

देश से मांगे माफी
गणेश अग्रवाल ने कहा, अगर आप ऐसा करते हैं तो संसद और आपके संसदीय क्षेत्र के साथ विश्वासघात होगा। जैसा कि राहुल गांधी ने एनडीए की बैठक में संविधान को प्रणाम करते हुए अपने माथे पर श्रद्धापूर्वक लगाया तो उस पर भी इन्हें खोट नजर आया। जिसका रायबरेली की सभा में इन्होंने मजाक उड़ाया यह प्रधानमंत्री मोदी का मजाक नहीं है, राहुल जी यह देश के संविधान का मजाक है। जिसकी दुहाई आप अपने मतलब के लिए देते नहीं थकते। जिसके लिए आपको देश से माफी मांगनी चाहिए। क्योंकि कांग्रेस ने जितने बार लोकतंत्र की हत्या और संविधान का अपमान किया उतना किसी ने नहीं किया है। इतिहास गवाह है।
subscribe our YouTube channel
