अतुल्य भारत चेतना
अखिल सुर्यवंशी
छिंदवाड़ा। आज श्रेयांस टॉकीज, छिंदवाड़ा में रिलीज हुई फिल्म ‘फुले’ ने अपने पहले शो में ही दर्शकों का जबरदस्त समर्थन हासिल किया। जय भीम सेना, महात्मा फुले शिक्षण समिति, संयुक्त माली समाज, ओबीसी महासभा, अनुसूचित जाति संघ सहित अन्य सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में सैकड़ों लोग इस फिल्म को देखने पहुंचे। पहला शो पूरी तरह हाउसफुल रहा, जो इस फिल्म के सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित करता है।
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सामाजिक बदलाव की आवाज
जय भीम सेना के जिला अध्यक्ष श्री शिवम पहाड़े ने बताया कि ‘फुले’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की एक सशक्त आवाज है। यह फिल्म महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन, उनके संघर्षों और सामाजिक सुधारों को दर्शाती है। नारी शिक्षा, विधवा विवाह, बाल विवाह, और छुआछूत जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों को यह फिल्म जीवंत रूप में प्रस्तुत करती है। श्री पहाड़े ने कहा, “यह फिल्म हमें हमारे पूर्वजों के इतिहास और उनके योगदान से जोड़ती है, जो आज भी प्रासंगिक हैं।”

सामाजिक संगठनों का समर्थन
फिल्म के समर्थन में जय भीम सेना के साथ-साथ कई सामाजिक संगठनों ने सक्रिय भूमिका निभाई। इस अवसर पर श्री बलकरण पटेल, एड. देवेंद्र वर्मा (अध्यक्ष, ओबीसी वेलफेयर), लोधी विपिन वर्मा, नामदेव सरोदे, राजाराम डेहरिया, डॉ. गेडाम, राजेश दोड़के, एड. श्याम अहिरवार, गणपत यदुवंशी, प्रकाश मेहरोलिया, विनायक चन्नै, राजकुमार खडसे, समाजसेवी अरुणा तिलंते, ललिता सरवैया, सुनीता बामनिया सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इन संगठनों ने सर्व समाज से अपील की है कि वे अपने परिवार और बच्चों के साथ इस फिल्म को अवश्य देखें।
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दर्शकों का उत्साह
पहले शो में सैकड़ों दर्शकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। दर्शकों का कहना है कि यह फिल्म न केवल मनोरंजक है, बल्कि सामाजिक जागरूकता और प्रेरणा का स्रोत भी है। फिल्म में महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले के समाज सुधार के प्रयासों को प्रभावी ढंग से चित्रित किया गया है, जिसने दर्शकों को भावनात्मक और बौद्धिक रूप से प्रभावित किया।

सर्व समाज से अपील
जय भीम सेना और अन्य सामाजिक संगठनों ने छिंदवाड़ा के सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे इस फिल्म को देखने के लिए अपने परिवार और बच्चों के साथ श्रेयांस टॉकीज पहुंचें। यह फिल्म नई पीढ़ी को सामाजिक सुधारकों के योगदान को समझने और सामाजिक समानता के लिए प्रेरित होने का अवसर प्रदान करती है।
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‘फुले’ फिल्म की रिलीज और इसके पहले शो की सफलता छिंदवाड़ा में सामाजिक जागरूकता और एकता का प्रतीक है। यह फिल्म न केवल मनोरंजन का माध्यम है, बल्कि समाज में समानता, शिक्षा और सुधार की भावना को बढ़ावा देने का एक सशक्त प्रयास भी है। सामाजिक संगठनों और दर्शकों का उत्साह इस बात का प्रमाण है कि यह फिल्म समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।