अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
नटेरन/विदिशा। जनपद पंचायत नटेरन के सभाकक्ष में पंचायतों के लिए चयनित वॉलिंटियर्स के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों, विशेष रूप से बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए वॉलिंटियर्स को तैयार करना था। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई, जिसमें जनपद अध्यक्ष श्रीमती संगीता यशपाल रघुवंशी का एसडीआरएफ कमांडर रश्मि दुबे द्वारा स्वागत किया गया।

प्रशिक्षण के दौरान, स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एसडीआरएफ) की टीम ने वॉलिंटियर्स को आपातकालीन परिस्थितियों में जीवन रक्षा के लिए आवश्यक तकनीकों और प्राथमिक उपचार की जानकारी दी। टीम ने बताया कि बाढ़ जैसी स्थिति में यदि संसाधन उपलब्ध न हों, तो कोल्ड ड्रिंक की बड़ी खाली बोतलों में थर्माकोल भरकर, खाली ड्रम, या ट्यूब का उपयोग कर अपनी और दूसरों की जान कैसे बचाई जा सकती है। इसके अलावा, डूबने की स्थिति में तत्काल प्राथमिक उपचार और बेहोश व्यक्ति की नब्ज शांत होने पर प्राथमिक उपचार की प्रक्रिया को भी विस्तार से समझाया गया।
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एसडीएम अजय प्रताप सिंह ने भी वॉलिंटियर्स को आपदा प्रबंधन और सामुदायिक सहायता के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वॉलिंटियर्स का यह प्रशिक्षण ग्रामीण स्तर पर आपदा प्रबंधन को और प्रभावी बनाने में महत्वBRIDGEपूर्ण भूमिका निभाएगा।

कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष श्रीमती संगीता यशपाल रघुवंशी, एसडीएम अजय प्रताप सिंह, और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जितेंद्र सिंह धाकरे प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। प्रशिक्षण का संचालन एसडीआरएफ कमांडर रश्मि दुबे और उनकी टीम द्वारा किया गया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और वॉलिंटियर्स ने इस प्रशिक्षण की सराहना करते हुए इसे आपदा प्रबंधन और सामुदायिक सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस तरह के प्रशिक्षण से न केवल वॉलिंटियर्स की क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई भी सुनिश्चित होगी।