अतुल्य भारत चेतना
रईस
बहराइच। बहराइच तहसील क्षेत्र में माल ढोने वाली गाड़ियों में सवारियों के परिवहन का खतरनाक सिलसिला लगातार जारी है, और प्रशासन की उदासीनता इस मामले में साफ झलक रही है। कृषि उपज और सामान ढोने के लिए उपयोग होने वाले पिकअप वाहनों में दर्जनों लोग अपनी जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। बार-बार हो रही दुर्घटनाओं के बावजूद न तो लोग सबक ले रहे हैं और न ही प्रशासन इस गंभीर समस्या पर प्रभावी कार्रवाई कर रहा है।
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स्थानीय क्षेत्रों में पिकअप वाहनों में सवारियों को ठूंस-ठूंस कर ले जाने की तस्वीरें आम हो गई हैं। एक ओर जहां यात्री अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए इन असुरक्षित वाहनों का सहारा ले रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वाहन चालक भी अपनी जिम्मेदारी को नजरअंदाज कर रहे हैं। इन पिकअप वाहनों में ओवरलोडिंग और असुरक्षित तरीके से सवारी ढोने की प्रथा न केवल यातायात नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह यात्रियों की जान के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर रही है।
हैरानी की बात यह है कि इस तरह की घटनाओं के बाद भी प्रशासन इस समस्या पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा। स्थानीय लोग और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशासन की इस लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि प्रशासन तब तक चुप्पी साधे रहता है, जब तक कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हो जाती। ऐसी घटनाओं के बाद ही प्रशासन अस्थायी रूप से सक्रिय होता है, लेकिन दीर्घकालिक समाधान के लिए कोई प्रभावी नीति लागू नहीं की जाती।
स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि यातायात पुलिस और संबंधित विभाग इस तरह के वाहनों पर सख्ती से निगरानी रखें और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षित और किफायती सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया गया है ताकि लोग इस तरह के जोखिम भरे साधनों का उपयोग करने से बच सकें।